
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में पिछले कुछ हफ्तों में 11 बच्चों की मौत हुई। सभी बच्चों को एक ही कफ सिरप “Coldrif” दी गई थी।
जांच में सामने आया कि सिरप में जहरीला रसायन “डायथिलीन ग्लाइकॉल (DEG)” मिला था — जो शरीर में जाकर किडनी फेल कर देता है।
- सितंबर 2025: छिंदवाड़ा के कई बच्चे खांसी-बुखार से पीड़ित हुए।
- 21 सितंबर: कुछ बच्चों की तबीयत सिरप लेने के बाद बिगड़ गई।
- 25 सितंबर: पहले दो बच्चों की मौत हुई।
- 1 अक्टूबर: मौतों की संख्या बढ़कर 9 हुई।
- 4 अक्टूबर: सरकार ने Coldrif सिरप पर प्रतिबंध लगाया।
- 5 अक्टूबर: डॉक्टर प्रवीण सोनी को गिरफ्तार किया गया, जिन पर यह सिरप लिखने का आरोप है।
- अब तक: मौतों की संख्या 11 तक पहुँच चुकी है।
जांच और कार्रवाई
- सिरप के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।
- 433 बोतलें जब्त, जिनमें से 222 पहले ही बेची जा चुकी थीं।
- केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को अडवाइजरी जारी की है कि इस ब्रांड को तुरंत बाजार से हटाया जाए।
- केरल और राजस्थान ने भी इसकी बिक्री पर रोक लगा दी है।
