
बिहार। जाने-माने उद्योगपति गोपाल खेमका की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना पटना के गांधी मैदान थाना इलाके में हुई। गोपाल खेमका पटना के जाने-माने व्यवसायी थे और कभी यहां के टॉप अस्पताल रहे मगध हॉस्पिटल के मालिक भी थे। गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की हत्या भी छह वर्ष पूर्व वैशाली के औद्योगिक थाना इलाके में अपराधियों ने गोली मारकर कर दी थी, जिसके बाद काफी बवाल मचा था। गोपाल खेमका वैचारिक तौर पर भारतीय जनता पार्टी से जुड़े भी थे।
गोपाल खेमका शुक्रवार रात अपनी कार से रोजाना की तरह बांकीपुर क्लब से घर लौट रहे थे। जैसे ही होटल पनाश के पास स्थित अपार्टमेंट के गेट पर उतरेए तभी घात लगाए अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी। इस घटना से इलाके में अफरातफरी का माहौल हो गया। यह घटना शुक्रवार देर रात साढ़े 11 बजे के आसपास की है। घटना के बाद परिजनों ने घायल अवस्था में उन्हें पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती करायाए जहां डॉक्टरों ने गोपाल खेमका को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया।
हाई प्रोफाइल घटना होने के बाद पटना के उद्योगपतियों और व्यवसायियों की भीड़ धीरे.धीरे जुटती गई। अस्पताल के बाद शव को घर लाया गयाए लेकिन देर रात होने के कारण पोस्टमार्टम नहीं हो सका। इस बीच पुलिस के पहलेए पूर्णिया से निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव घटनास्थल पर पहुंच चुके थे। पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठाते हुए पप्पू यादव ने सवाल किया कि ष्आखिर यह परिवार कब तक बलि देता रहेगा, बीते 20 दिसंबर 2018 को हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में इन्हीं गोपाल खेमका के बेटे की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मौके पर मौजूद उद्योगपति गोपाल खेमका के परिवार वालों ने गुस्सा जताते हुए कहा कि बिहार पुलिस की कार्यशैली यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि आज हम कितने सुरक्षित हैं। परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस को सूचना देने के बावजूद लगभग डेढ़ से दो घंटे तक पुलिस नहीं पहुंची। सिटी एसपी मध्य दीक्षा ने बताया कि सूचना मिलने पर हम मौके पर पहुंचे हैं और आसपास लगे सभी सीसीटीवी फुटेज खंगालने में पुलिस जुटी है। उन्होंने बताया कि उद्योगपति गोपाल खेमका के सिर के बिल्कुल पास से गोली मारी गई हैए जिसमें उनकी मौके पर ही मौत हो चुकी है।
