
साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में लॉ की 24 साल की लॉ की छात्रा ने अपने साथ हुई घटना की जो एफआईआर दर्ज कराई है और जो उसने बताया है वो काफी हैरान करने वाला है। एफआईआर के मुताबिकए उसने मुझे यूनियन रूम के बाहर बुलाया और कहा कि पहले दिन से ही वह मुझे पसंद करता है। अपनी गर्लफ्रेंड के बाद वह किसी और से प्यार करता है और वह मैं हूं और उसने ऐसा कहकर मुझसे शादी करने का प्रस्ताव दिया। एफआईआर के अनुसार, पीड़िता ने बताया कि शाम 6ः10 बजे के आसपास जब बाकी लोग जाने की तैयारी कर रहे थेए तो आरोपियों में से एक ने उसे थोड़ी देर और रुकने के लिए कहा था।
पीड़िता के मुताबिक, जब मैं यूनियन रूम से बाहर जा रही थी, तभी उसने कमरे में मौजूद दो साथियों को ष्कमरे से बाहर निकलकर दरवाजा बंद करने का निर्देश दिया। यह कुछ ही सेकंड में हुआ….वह मुझे वॉशरूम के पास ले गया और जबरन शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की। मैंने उसके पैर छुए लेकिन उसने मुझे जाने नहीं दिया। मैंने बार-बार उससे जाने देने की गुहार लगाई, लेकिन उसने मेरी बात अनसुनी कर दी। उसने मेरे बॉयफ्रेंड को जान से मारने और माता-पिता को गिरफ्तार करने की धमकी दी। मुझे बार-बार धमकाया और मारपीट की और घटना की रिकॉर्डिंग की और कहा कि वीडियो वायरल कर देगा।
उसने ब्लैकमेल करने के लिए मुझे बलात्कार के समय नग्न अवस्था में दो वीडियो दिखाए और धमकी दी कि जब भी वह मुझे बुलाएगा, मैं आ जाऊंगी, नहीं तो वह यह वीडियो सबको दिखा देगा। उसने हॉकी स्टिक से मारने की कोशिश की थी। मैं रात 10ः05 बजे कमरे से बाहर चली गई। उसने मुझसे कहा कि मैं किसी को न बताऊं। छात्रा ने उस रात अपने माता.पिता को इसकी जानकारी दी और अगले दिन पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। जांचकर्ताओं ने आरोपियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं और उन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।
इस सामूहिक बलात्कार के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपियों में से दो संस्थान के मौजूदा छात्र हैंए जबकि तीसरा पूर्व छात्र है। आरोपियों के नामए कॉलेज के कर्मचारी मोनोजीत मिश्रा (31), छात्र जैब अहमद (19) और प्रमित मुखर्जी (20) हैं। तीनों को अलीपुर में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया और उन्हें 1 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पीड़िता के मेडिकल जांच में गैंगरेप की पुष्टि हुई है।
