
शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के नेता और पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को मोहाली जिला अदालत ने सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। गुरुवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच विजिलेंस ब्यूरो ने अदालत में पेश किया। मजीठिया की गिरफ्तारी के बाद से ही अकाली दल के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, इसलिए अदालत परिसर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। मजीठिया की 7 दिन की पुलिस हिरासत पर पंजाब आप अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने कहा कि अदालत ने भी माना है कि आगे की जांच की जरूरत है। पंजाब सरकार और विजिलेंस विभाग ने पूरे तथ्यों के साथ मामले को अदालत में उठाया। नशे की वजह से अपने बच्चों को खोने वालों को न्याय मिले…. पंजाब में नशा फैलाने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
मजीठिया को बुधवार को विजिलेंस टीम ने ड्रग तस्करी और आय से अधिक संपत्ति से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था। उन पर 540 करोड़ रुपये से अधिक की ड्रग मनीष् को सफेद करने का आरोप है। उनकी गिरफ्तारी से पहले विजिलेंस अधिकारियों ने चंडीगढ़ में मजीठिया के आवास समेत कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। घटनाक्रम पर बोलते हुए पंजाब के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि राज्य पुलिस और सतर्कता टीमों ने अमृतसर में नौ स्थानों और पंजाब भर में कुल 25 स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें मजीठिया का परिसर भी शामिल है।
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि नशीली दवाओं के व्यापार का मुद्दा अकाली दल-भाजपा सरकार के कार्यकाल से जुड़ा है। धालीवाल ने कहाए उनके समय में कई ड्रग तस्कर पकड़े गए और उन्होंने बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ बयान दिएए लेकिन तब कोई कार्रवाई नहीं की गई। मजीठिया, जो शिरोमणि अकाली दल (SAD) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के साले हैंए पहले से ही 2021 के ड्रग्स मामले में जांच का सामना कर रहे हैं। छापेमारी के दौरान मोहाली से आई विजिलेंस टीम को मजीठिया और उनकी पत्नी गनीव कौरए जो अकाली विधायक हैंए के विरोध का सामना करना पड़ाए जिन्होंने अधिकारियों पर बुधवार सुबह ग्रीन एवेन्यू में उनके घर में जबरन घुसने का आरोप लगाया।
