
उप्र। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को गाजीपुर में महर्षि विश्वामित्र स्वायत्तशासी चिकित्सा महाविद्यालय में निर्माणाधीन छात्रावास का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहाए ष्पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और महर्षि विश्वामित्र चिकित्सा महाविद्यालय इस जिले की पहचान बन चुके हैं। आज मैंने निर्माणाधीन नर्सिंग कॉलेज का निरीक्षण किया है। 1,100 करोड़ रुपये की परियोजनाएं या तो स्वीकृत हैं या चल रही हैंण्ण्ण्ष् इससे पहले मंगलवार को सीएम योगी ने केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक में हिस्सा लिया था।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि पिछले 11 वर्षों में भारत ने हर क्षेत्र में नयी पहचान बनाई है। वाराणसी में आयोजित 25वीं मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्भारतीय सैनिकों के अदम्य पराक्रम के प्रतीक ष्ऑपरेशन सिंदूरष् ने दुनिया को नए भारत के संकल्प और ताकत से परिचित कराया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सफल नेतृत्व में सेवाए सुशासन और गरीबों के कल्याण को समर्पित पिछले 11 वर्ष हमें नयी प्रेरणा देते हैं। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित बनाने के लिए टीम इंडिया के रूप में कार्य करने का प्रधानमंत्री का आह्वान सहकारी संघवाद को नयी राह दिखाता है और केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के कुशल मार्गदर्शन में क्षेत्रीय परिषदें पूरी सक्रियता से इस दिशा में आगे बढ़ रही हैं। आदित्यनाथ ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भर ग्राम पंचायत की दिशा में अग्रसर है और प्रत्येक ग्राम पंचायत में पांच से सात लोगों को रोजगार देने की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि ग्राम सचिवालय आदर्श उचित मूल्य की दुकान (अन्नपूर्णा भवन), बीसी सखी, स्वयं सहायता समूह, सामुदायिक शौचालयों के रखरखाव के लिए देखभालकर्ता और परामर्शदात्री अभियंता आदि पंचायत स्तर पर आत्मनिर्भरता और रोजगार सृजन का माध्यम बनेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम सचिवालयों के माध्यम से 330 से अधिक सेवाएं ऑनलाइन दी जा रही हैं और सभी गांवों को बैंकिंग सुविधाओं से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना के क्रियान्वयन के मामले में उत्तर प्रदेश देश में पहले स्थान पर है और लगभग 40,000 बीसी सखियों ने 36,600 करोड़ रुपये से अधिक का वित्तीय लेनदेन किया है।
