
राजस्व आसूचना निदेशालय या राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) मुंबई ने एक नाइजीरियाई महिला को प्रतिबंधित पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब पांच करोड़ रुपये बताई जा रही है। इसे कालाबाजारी के जरिए ही बेचा या खरीदा जा सकता है। महिला को एनडीपीएस अधिनियम, 1985 से जुड़े प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है।
मामले से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि ड्रग्स मेथमफेटामाइन और एक्स्टसी की डिलिवरी जिस संदिग्ध व्यक्ति को की जानी थी, उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रतिबंधित पदार्थों को खाद्य पैकेट (ओट्स) और जूस टेट्रा पैक में छिपाया गया था। डीआरआई अधिकारियों ने विशेष खुफिया सूचना के आधार पर गुरुवार की सुबह महिला को पकड़ने से पहले मुंबई के पास करीब 50 किलोमीटर तक दिल्ली से आ रही बस का पीछा किया।
उन्होंने बताया कि देश की प्रमुख तस्करी रोधी इकाई की टीम ने 2.56 किलोग्राम मेथमफेटामाइन और 584 ग्राम एक्स्टसी की गोलियां बरामद कींए जिनकी कुल कीमत करीब पांच करोड़ रुपये है। मेथमफेटामाइन और एक्स्टसी अपने उत्तेजक प्रभावों के कारण रेव पार्टियों में लोकप्रिय हैं।
इससे पहले डीआरआई ने अंतरराष्ट्रीय सोना तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया था। इस दौरान 1.4 करोड़ की पीली धातु जब्त की गई थी और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अधिकारियों ने 15 जून को बताया था कि डीआरआई ने सोने की तस्करी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड और एअर इंडिया के एक चालक दल के सदस्य को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 1.41 करोड़ रुपये की कीमती धातु जब्त की गई है।
उन्होंने बताया था कि डीआरआई ने एअर इंडिया की उड़ान संख्या एआई-116 के एक पुरुष चालक दल के सदस्य को रोकाए जो शुक्रवार को न्यूयॉर्क से मुंबई पहुंचा था। चालक दल के सदस्य की शुरुआती तलाशी में कोई बरामदगी नहीं हुई। अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला कि उसने विदेशी मूल के सोने की छड़ों से भरी थैली को काले डक्ट टेप में लपेटकर बैगेज सर्विस एरिया के पास छिपा दिया था। उड़ान के बाद चालक दल के सदस्यों के लिए ब्रीथलाइजर टेस्ट के दौरान बैगेज सर्विस एरिया के पास उसने यह थैली छिपाई थी।
उन्होंने बताया था कि थैली को बरामद कर लिया गया और उसमें 1,373 ग्राम वजनी विदेशी मूल के सोने की छड़ें बरामद की गईं। अधिकारी ने बताया था कि आरोपी चालक दल के सदस्य ने अपने बयान में पहले भी भारत में सोने की तस्करी करने की बात स्वीकार की है। इसके बाद की कार्रवाई में गिरोह के मास्टरमाइंड को भी पकड़ा गया। वह चालक दल के सदस्यों को भारत में सोने की तस्करी करने के लिए चुनता था।
