
बॉलीवुड अभिनेता डिनो मोरिया गुरुवार को अपने भाई सैंटिनो मोरिया के साथ प्रवर्तन निदेशालय (म्क्) के कार्यालय पहुंचे। मीठी नदी सफाई घोटाले में साढ़े तीन घंटे की पूछताछ के बाद दोनों ईडी कार्यालय से बाहर निकले। यह पूछताछ 65.54 करोड़ रुपये की मीठी नदी के लिए गाद निकालने के ठेकों से जुड़ी कथित मनी लॉन्ड्रिंग योजना की चल रही जांच का हिस्सा है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 6 जून को मीठी नदी सफाई घोटाले को लेकर महाराष्ट्र में डिनो मोरिया के आवास पर छापेमारी की। इस घोटाले में शामिल ठेकेदारों और बीएमसी अधिकारियों के घरों पर छापेमारी की गई। गौरतलब है कि मीठी नदी सफाई घोटाले में मुंबई पुलिस ने मामला दर्ज किया थाए जिसके बाद ईडी ने भी इस मामले की समानांतर जांच शुरू कर दी है। यह घोटाला 65 करोड़ का है और इस मामले में कुल 13 आरोपी हैं। छापेमारी में बॉलीवुड अभिनेता डिनो मोरियाए बीएमसी के सहायक अभियंता प्रशांत रामुगाड़े और कई ठेकेदारों के घर शामिल थे।
जिन लोगों को नहीं पता, उन्हें बता दें कि मीठी नदी घोटाला महाराष्ट्र में मीठी नदी की सफाई में बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली स्लज पुशर और ड्रेजिंग मशीनों की बिक्री और खरीद से जुड़ा है। आरोप है कि ये मशीनें कोच्चि स्थित कंपनी मैटप्रॉप टेक्निकल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से ऊंचे दामों पर किराये पर ली गई थीं और इसमें भारी वित्तीय अनियमितता हुई।
