
दिल्ली के दक्षिण पश्चिम जिले की एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड (AATS) टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं, जो पिछले 12 वर्षों से अवैध रूप से भारत में रह रहे थे। इन चारों के पास से बांग्लादेशी पहचान दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। एएटीएस टीम को मिली गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए इन सभी को पकड़ा गया।
ये सभी फारूक बाजार अजवातारी, पीओ गोंगरहाट,फुलबारी कुरीग्राम, बांग्लादेश के निवासी हैं। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि ये लोग भारत में कैसे प्रवेश कर पाए और इन 12 वर्षों के दौरान किन-किन गतिविधियों में शामिल रहे। साथ ही, यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इनका किसी आपराधिक गिरोह से संबंध है या ये किसी और अवैध गतिविधि में शामिल थे।
एक अधिकारी ने बताया कि उससे पूछताछ में पुलिस को उसी परिवार के एक नवजात सहित आठ अन्य बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ने में मदद मिली, जो वैध दस्तावेजों के बिना भारत में रह रहे थे। उन्हें उत्तर.पश्चिम दिल्ली के भारत नगर इलाके से पकड़ा गया। उनके पास से एक स्मार्टफोन जब्त किया गया है, जिसमें प्रतिबंधित वीडियो कॉल और चैटिंग ऐप था। उन्होंने बताया कि इसका इस्तेमाल परिवार बांग्लादेश में अपने रिश्तेदारों से बात करने के लिए करता था। पूछताछ के दौरान परिवार ने बताया कि वे पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के रास्ते अवैध रूप से देश में घुसे थे।
