
मुरादाबाद के सिविल लाइंस की परंपरा सोसायटी में केमिकल कारोबारी दया किशन रस्तोगी की मां प्रमोद रस्तोगी (75) की हत्या करने वाले नौकर सचिन सक्सेना को पुलिस ने बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने लूट के विरोध पर हत्या करने की बात स्वीकार की। आरोपी के पास से लूटे गए जेवर भी मिले। कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि रामगंगा विहार की परंपरा सोसायटी में में कारोबारी दया किशन रस्तोगी का दो मंजिला मकान है। उनकी बेटी ज्योतिका रस्तोगी पुणे में मेडिकल की पढ़ाई कर रही है।
पांच मई की सुबह कारोबारी अपनी पत्नी रेखाए बेटे ईशान के साथ बेटी के पास गए थे। घर में मां प्रमोद रस्तोगी की देखभाल के लिए कोतवाली के चौमुखापुल निवासी नौकर सचिन सक्सेना और सिविल लाइंस की हिमगिरी कॉलोनी निवासी नौकरानी अनीता को छोड़कर गए थे।
एसपी के अनुसार आठ मई की दोपहर करीब दो बजे नौकर सचिन प्रमोद रस्तोगी की हत्या कर उनके जेवर लूटकर भाग गया था। बृहस्पतिवार को पुलिस ने सचिन को दबोच लिया। उसने पूछताछ में बताया कि घटना वाले दिन नौकरानी अनीता ऊपरी मंजिल पर सफाई कर रही थी।
कारोबारी की मां नीचे ही अपने कमरे में सो रही थीं। सचिन को नशा करने के लिए पैसों की जरूरत थी। उसने प्रमोद रस्तोगी के कंगन उतारने की कोशिश की। इसी दौरान वह जाग गईं और विरोध करने लगीं। उन्होंने अपने बेटे से शिकायत करने की बात कहीं तो सचिन ने पास में रखी हॉकी उठाकर उनके सिर पर मारकर दी, जिससे उनकी मौत हो गई।
इसके बाद सचिन ने सोने के कंगन, सोने की चेन, अंगूठी व मोबाइल लूट लिया था। फिर रसोई में जाकर खून से सने अपने कपड़े थैली में रख लिए और दूसरे कपड़े पहनकर लेट गया। वो सोने का नाटक करने लगा। नौकरानी नीचे आई और शोर मचाया तो आरोपी भाग गया था। बृहस्पतिवार शाम पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
केमिकल कारोबारी दया किशन रस्तोगी ने घटना के खुलासे पर संतुष्टि जताई। उन्होंने कहा कि उनकी मां के हत्यारे को जल्द से जल्द और कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
