
प्रदेश के हर जिले में हृदयरोग, मूत्ररोग, मष्तिष्क रोग और कैंसर के उपचार के लिए निजी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल खुलेंगे। ग्रामीण इलाके में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल खोलने वाले निवेशकों को सरकार ज्यादा सुविधाएं देगी। इसके लिए सरकार नई स्वास्थ्य नीति ला रही है। ये अस्पताल 17 नगर निगम क्षेत्रए नोएडा, ग्रेटर नोएडा और 57 जिला मुख्यालय पर 200-200 बेड के होंगे। इसी तरह सभी 75 जिलों में जिला मुख्यालय से दूर 100-00 बेड के अस्पताल खोले जाएंगे। प्रदेश में सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं को विस्तारित करने के साथ ही निजी अस्पतालों को भी बढावा दिया जा रहा है। इसके लिए सरकार की ओर से नई स्वास्थ्य नीति बनाई जा रही है। यह नीति पांच वर्ष के लिए होगी। जल्द ही कैबिनेट की बैठक में इसे मंजूरी मिलेगी। नई नीति के जरिए निजी निवेशकों को आकर्षित करने, शहरी क्षेत्रों के साथ ग्रामीण इलाकों में सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाने की रणनीति है।
कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा कर चुक हैं। उन्होंने निर्देश दिया है कि प्रदेश के स्वास्थ्य आधारभूत ढांचे को विश्व स्तरीय बनाया जाए। निजी अस्पतालों को सुविधाएं देने के लिए तीन कैटेगरी बनाई गई है।
नई नीति की स्वीकृति मिलते ही अगले तीन माह में कम से कम 20 जिलों में अस्पतालों के लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगा। शर्त यह है कि नए अस्पतालों में नर्सिंग, पैरामेडिकल और डॉक्टरों की नियुक्ति में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
