
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में सेना के शीर्ष अधिकारियों के साथ अपनी मुलाकात की तस्वीर साझा की। राष्ट्रपति भवन ने तस्वीर के कैप्शन में लिखा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और उन्हें ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी।
इसके आगे लिखा गया कि राष्ट्रपति ने सशस्त्र बलों की वीरता और समर्पण की सराहना की, जिसने आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिक्रिया को एक शानदार सफलता बना दिया। भारत ने पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी शिविरों पर श्केंद्रितए मापा हुआ और गैर.बढ़ावा देने वालाश् हमला कियाए जिसमें 100 से ज़्यादा आतंकवादी मारे गए। पाकिस्तान के सियालकोट, मुरीदके और बहावलपुर में आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गयाए जबकि मुज़फ़्फ़राबादए कोटली और भीमबर में छिपे ठिकानों पर भी हमला किया गया। यह ऑपरेशन भारतीय सेनाए नौसेना और वायुसेना द्वारा संयुक्त रूप से चलाया गया था। इस हमले का कोड नाम ‘‘ऑपरेशन सिंदूर’’ था।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद, पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की और भारतीय सैन्य और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया। भारत ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए 11 पाकिस्तानी एयरबेसों पर सटीक हमले किएए इससे पहले कि दोनों देशों के बीच गोलीबारी रोकने और सभी सैन्य कार्रवाई पर सहमति बन जाती। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एक नया मानक स्थापित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को नागरिकों पर इस तरह के आतंकी हमलों का एक नया सामान्य जवाब बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को फिर से परिभाषित किया है… आतंकवाद विरोधी उपायों में एक नया मानक और एक नया सामान्य स्थापित किया है।
