
बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान ने बृहस्पतिवार को यहां वेव्स शिखर सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि जब वह काम नहीं कर रहे होतेए तो ध्यान की अवस्था में होते हैं। उन्होंने विश्व दृश्य श्रव्य और मनोरंजन सम्मेलनष् ;वेव्सद्ध के दौरान सफररू बाहरी से बादशाह तक के सत्र को संबोधित करते हुए भारत में अधिक सिनेमाघरों और सस्ती टिकटों की भी वकालत की।
शाहरुख ने कहा, मैं अब भी मानता हूं कि आज के समय में अधिक सिनेमाघर की जरूरत हैए छोटे शहरों में छोटे सिनेमाघर हों, सस्ते सिनेमाघर हों, ताकि हम देश के हर कोने में लोगों को अधिक से अधिक फिल्में दिखा सकें।
उन्होंने उम्मीद जताई कि वेव्स शिखर सम्मेलन के जरिये शूटिंग प्रक्रिया ष्ष्न केवल भारतीयों के लिए बल्कि बाहर से आने वाले लोगों के लिए भी आसान हो जाएगी।ष्ष् अभिनेता ने अपने मित्र एवं निर्देशक करण जौहर और कई फिल्मों में उनकी सह.कलाकार दीपिका पादुकोण के साथ एक परिचर्चा में कहाए ष्ष्मैं बहुत अधिक काम करने या अधिक सोचने में नहीं पड़ता। जब मैं ;फिल्म केद्ध सेट पर नहीं होताए तो मैं कुछ भी नहीं करता। मैं ध्यान की अवस्था में रहता हूं। हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े सितारों में शुमार शाहरुख खान ने कहा कि जब वह युवा थे तो वह क्खड़ष्ष् थेए लेकिन साथ ही साहसी भी थे। उन्होंने कहाए ष्ष्मुझे लगता है कि ;एक समयद्ध मैं अक्खड़ए अति आत्मविश्वासीए लापरवाह और बहुत ज्यादा बेवकूफ था। मुझे खुशी है कि मैं ऐसा थाए नहीं तो मैं इतने शानदार लोगों के साथ जो रास्ता चुनाए उसे नहीं चुनता। मैं थोड़ा साहसी भी था।
वहीं, दीपिका पादुकोण ने कहाए ष्आज जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं तोण्ण्ण् 18 साल की उम्र में बड़े शहर में जानाण्ण्ण् यह एक बड़ा फैसला था। छोटी.छोटी बातेंए जीवन में उतार.चढ़ाव और गलतियों के साथ आगे बढ़ना। कुल मिलाकरए जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं तो कहती हूं कि ;ये सफरद्ध बुरा नहीं थाए ;मनोरंजन की दुनिया मेंद्ध बेहतर प्रदर्शन किया।
शाहरुख के साथ 2007 में फिल्म ष्ष्ओम शांति ओमष्ष् से अभिनय की शुरुआत करने से पहले एक मॉडल के रूप में काम कर चुकीं पादुकोण ने कहाए ष्ष्मैं वास्तव में खुद से कहूंगी कि मैंने ;जीवन मेंद्ध बहुत अच्छा किया है। मैं खास क्षणों का बहुत अधिक जश्न नहीं मनाती। मैं चीजों को स्पष्ट रूप से देखती हूं।
